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सोलर सिस्टम प्राइस

Posted by : YourEnergy on | Jul 19,2020

सोलर सिस्टम प्राइस

सोलर सिस्टम मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं : On-Grid Solar System Off-Grid Solar System:

YOUR ENERGY

ADD-35, MARUTI CITY,SHAMSABAD ROAD,near all saints school,agra, uttar Pradesh,282001.

Mob-9927176769

बिजली का उपयोग आज हर घर में किया जा रहा है और दिन प्रतिदिन यह उपयोग बढ़ता ही जा रहा है लेकिन इसी के साथ बिजली की कीमत भी बढ़ रही है इसीलिए हम बिजली बचाने की ज्यादा से ज्यादा कोशिश करते हैं. बिजली बचाने के लिए हम हमारे उपकरण का उपयोग करना कम कर देते हैं. लेकिन कुछ ऐसे उपकरण होते हैं. जिनका इस्तेमाल हमें हर हाल में करना पड़ता है. इसीलिए बिजली बचाने के लिए हमें सोलर सिस्टम का इस्तेमाल करना पड़ता है. सोलर सिस्टम लगवाने के बाद में हम इससे बिल्कुल मुफ्त में बिजली का इस्तेमाल कर सकते हैं.

सोलर सिस्टम मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं : Off Grid और On Grid-

Off Grid Solar System:

Off-Grid solar system

ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम में आपको Solar Panel , Inverter और बैटरी का उपयोग करना पड़ता है. ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम का इस्तेमाल ऐसी जगह पर किया जाता है. जहां पर बिजली कम समय के लिए आती है. ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम में आपको बैटरी बैकअप मिलता है. जिससे कि आप Main Supply बंद होने पर भी अपने घर के उपकरण को चला सकते हैं. और ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम का इस्तेमाल ऐसी जगह पर भी किया जाता है जहां पर बिजली का कोई कनेक्शन नहीं होता. ऐसे में दिन के समय में सोलर पैनल की सहायता से हम बैटरी को चार्ज कर सकते हैं और रात के समय में इसका उपयोग कर सकते हैं.

मॉडल सेल्लिंग प्राइस प्राइस/वाट

1kw ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम ₹   65,000/-  (Rs. 65/wt)

2kw ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम ₹ 1,20,000/- (Rs. 60/wt)

3kw ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम ₹ 1,80,000/- (Rs.60/wt)

5kw ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम ₹ 2,75,000/- (Rs. 55/wt)

6kw ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम ₹ 3,30,000/- (Rs. 55/wt)

8kw ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम ₹ 4,40,000/- (Rs. 55/wt)

10kw ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम ₹ 5,50,000/-( Rs.55/wt)

On Grid Solar System:-

On-Grid solar system

ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम का इस्तेमाल मुख्यतः बिजली बचाने के लिए किया जाता है .क्योंकि ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम तभी काम करता है जब Main Supply उपलब्ध होती है. जब Main Supply बंद हो जाती है. तो ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम भी बंद हो जाता है. और इससे आपको किसी प्रकार की कोई बिजली नहीं मिलती. ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम में सिर्फ सोलर पैनल और इनवर्टर का इस्तेमाल किया जाता है. और इनवर्टर की सहायता से आपके घर के सभी उपकरण चलाए जाते हैं और अगर आपका सोलर सिस्टम आपके Load से ज्यादा बिजली बनाता है. तो आप बिजली को बेच भी सकते हैं.

इन दोनों सोलर सिस्टम में से आपको कौन से सिस्टम की जरूरत है. यह आपके उपयोग के ऊपर निर्भर करेगा अगर आप को बैटरी बैकअप की जरूरत है तो आपको ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम लगवाना होगा और अगर आपको बिजली बचाने की जरूरत है और अगर आपके यहां बिजली कम जाती है तो आप को ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम लगवाना होगा.

ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम प्राइस-

ऑन ग्रिड सोलर पैनल सिस्टम प्राइस लिस्ट 2020

मॉडल सेल्लिंग प्राइस प्राइस/वाट

1kw ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम ₹ 50,000/-    (Rs. 50/wt)

2kw ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम ₹ 1,00,000/- (Rs. 50/wt)

3kw ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम ₹ 1,50,000/- (Rs. 50/wt)

5kw ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम ₹ 2,50,000/-  (Rs. 50/wt)

6kw ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम ₹ 2,88,000/-  (Rs. 48/wt)

8kw ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम ₹ 3,76,000/-  (Rs. 47/wt)

10kw ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम ₹ 450000/-  (Rs. 45/wt)

सोलर पैनल दो प्रकार के होते हैं : Monocrystalline और Polycrystalline-

सोलर पैनल के प्रकार

Monocrystalline: जिस क्षेत्र में मौसम खराब रहता है या सूरज कम समय के लिए ही दिखाई देता है. उस क्षेत्र में Monocrystalline सोलर पैनल बहुत ही फायदेमंद होंगे.यह कम धूप में भी काम कर सकते हैं. Monocrystalline पैनल की Efficiency Polycrystalline पैनल के मुकाबले ज्यादा होती है.

Polycrystalline: Polycrystalline सोलर पैनल का इस्तेमाल अच्छी धूप वाले क्षेत्र में किया जाता है. और इनकी Efficiency Monocrystalline से थोड़ी कम होती है. इसीलिए इनकी कीमत भी कम होती है तो अगर आपके क्षेत्र में अच्छी धूप आती है तभी आप का Polycrystalline इस्तेमाल करें|

3. Calculate Your Load

सोलर सिस्टम खरीदने से पहले काफी लोग यही गलती कर देते हैं. वह बिना सोचे समझे सोलर सिस्टम लगवा लेते हैं .उन्हें नहीं पता होता कि कितने बड़े सोलर सिस्टम पर कितना लोड चला सकते हैं. तो ऐसी गलती आप बिल्कुल ना करें सबसे पहले आप अपने सभी उन उपकरण का लोड पता करें जो आप सोलर सिस्टम पर चलाना चाहते हैं. और उन सभी उपकरणों का लोड जोड़ लें जैसे कि.

2 Ceiling fan = 160 watt (80+80 w)

5 CFL Light = 100 watt (20w per Light)

1 Ton Air Conditioner = 1200 watt

32 Inch LED Tv = 50 watt

Total = 160 + 100 + 1200 +50 = 1510 Watt (1.5 kw) (अनुमानित)-

आपको सोलर सिस्टम पर 1510 watt लोड चलाना है तो इसके लिए आप को कम से कम 2000 watt सोलर सिस्टम लगवाना होगा. लेकिन अगर आप ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम लगवाते हैं तो आपको इसमें बैटरी को चार्ज करने के लिए भी पावर की आवश्यकता होगी इसीलिए आपको 2000 watt से ज्यादा बड़ा सोलर सिस्टम लगवाना होगा.क्योंकि जब सोलर सिस्टम पर आप लोड चलाएंगे तो उस समय बैटरी को भी चार्ज करना पड़ेगा ताकि जब सोलर पैनल से सप्लाई आनी बंद हो तब आप के उपकरण बैटरी से चलने लगे. तो आपको कम से कम 2.5 kw का ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम लगवाना पड़ेगा .

1 kw का ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम लगवाने के लिए आपको लगभग 90,000 रुपए देने पड़ेंगे. जिसमें आप को Shipping , Installation बिल्कुल फ्री मिलेगी.अगर आप बैटरी पर अपने उपकरण को ज्यादा लंबे समय तक चलाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको ज्यादा बैटरियां लगानी पड़ेगी अगर मान लीजिए आपको 150 Ah की बैटरी से 4 घंटे का बैटरी बैकअप मिल रहा है और आपको 8 घंटे का बैकअप चाहिए तो आपको 150 - 150 Ah की 2 बैटरियों का उपयोग करे,

हाइब्रिड सोलर सिस्टम-

हाइब्रिड सोलर सिस्टम

जब आप अपने घर, बिज़नेस, संस्था, व्यवसाय आदि के लिए सोलर सिस्टम चुनते है तो पहले आपके पास केवल 2 विकल्प थे (ऑफ़ ग्रिड सोलर सिस्टम या ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम), पर अब आपके पास एक और विकल्प उलब्ध है “हाइब्रिड सोलर सिस्टम”। यह सोलर सिस्टम ऑन-ग्रिड व ऑफ़-ग्रिड सोलर सिस्टम दोनों का कॉम्बिनेशन है! यह एक ऐसा ग्रिड कनेक्टेड सिस्टम हैं जो बची हुई बिजली ग्रिड को एक्सपोर्ट करने की क्षमता रखता है, या दूसरे शब्दों में कहे तो ये एक ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम है जिसमे नेट मीटरिंग के साथ साथ बैटरी बैकअप भी है। इस सिस्टम में ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम और ऑन ग्रिड दोनों सिस्टम्स की स्पेसिफिकेशन्स उपलब्ध है। इसका मतलब है की पावर कट के दौरान भी सोलर सिस्टम काम करेगा व आपके पास पावर उपलबध रहेगी। हाइब्रिड सिस्टम आपको दिन में समय उत्पन्न होने वाली पावर को बैटरी में स्टोर करने की क्षमता प्रदान करते हैं व इसके बाद की बची हुई पावर वापस सरकार को (ग्रिड में) चली जाएगी।

हाइब्रिड सोलर काफी स्मार्ट/आटोमेटिक सिस्टम हैं। यह सिस्टम पूरी तरह से स्वचालित व कस्टमाइज हैं जो आपकी जरुरत के अनुसार प्रोग्राम/कस्टम डिजाईन किया जा सकता है। इस सिस्टम में:

1st- सोलर पेनल आपका कनेक्टेड लोड चलाएंगे

2nd- इसके दौरान एक्स्ट्रा बिजली सोलर बैटरी में स्टोर हो जायेगी

3rd- उसके बाद बची हुए या एक्स्ट्रा बिजली नेट मीटरिंग द्वारा सरकार को चली जाएगी

अब आपके पास बिजली के तीन विकल्प है:

1) पहली प्राथमिता पर सोलर पैनल आपका कनेक्टेड लोड चलाएंगे|

2) दूसरी प्राथमिकता पर 60% बैटरी का इस्तेमाल होगा|

3) तीसरी प्राथमिकता पर लोड को चलाने के लिए ग्रिड का इस्तेमाल होगा|

A solar panel has two warranties: a performance and equipment guarantee. A solar panel's performance warranty will typically guarantee 90% production at 10 years and 80% at 25 years. An equipment warranty will typically guarantee 10-12 years without failing

The Life Expectancy of Solar Panels

When you’re considering investing in a solar installation, wondering how long home solar panels last is a question that inevitably pops up. To put your mind at ease studies have proven solar panels can last anywhere between 25 to 30 years — or sometimes more.1

However, this doesn’t mean the panels on your roof will stop producing electricity after a couple of decades. It just means their energy production will decrease by what solar panel manufacturers consider optimal to meet the average Indian family’s energy needs.

… THANK YOU

YOUR ENERGY

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35, Maruti city, shamsabad road

Near all Saints school

Agra, Uttar Pradesh 282001

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